Followers

Tuesday, February 14, 2012

अबके जो साथ पाया है

फंस के तूफां मै हमने
किसी से आसरा जो मांगा
बढाया हाथ लोगों ने
मगर सफीना डुबो दिया
मगर अबके जो साथ पाया है
लगता है वही कश्ती सभालेगा
अभी जो हाथ मिलाया है
वो कल दिल भी मिला लेगा
रात को आकर वो ख्वाबों
मीठा दर्द दे जायेगा
सुरहीन इस जीवन मै
सन्गीत की सरगम छेड जायेगा
मायने ढूढ रही इस जिन्दगी को
मन्जिलों की सौगात दे जायेगा

1 comment:

  1. बहुत खुशनसीब होते है वो , जिन्हे सच्चे साथी मिल जाते है , और उनसे भी ज्यादा खुशनसीब वो साथी होते है जिन्हे सच्ची दोस्ती उम्र भर के लिये नसीब हो जाती है

    ReplyDelete