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सिर्फ यह एह्सास
सिर्फ यह एह्सास।कि तुम इतने करीब हो मेरी धङ्कनो के।मेरी हर सुबह को रौशन कर जाता है नई खुशियौ से।सिर्फ यह एह्सास।कि तुम्हारा प्यार मेरे साथ है हर पल।लफ्जो से ज्यादा कीमती है मेरे लिये।तुम्हारी खुशियों ने सजाए है।मुस्कराहटो के फूल मेरे अधरो पे।और तुम्हारे ख्वाबो मै तलाशे है।मेरे अधूरे ख्वाबो ने मायने।और जब से तुमने मेरी दुनिया मै कदम रखा है।
पल पल यूं लगता है मुझे।कि जैसे सच हो गया है मेरा हर सपना।
मेरी जिन्दगी हमेशा महकती रहेगी ।तुम्हारे प्यार की खुशुबू से।
प्यार का जहर पीने के बाद का अहसास बहुत सुकून देने वाला है
ReplyDeleteबिना तेल के जलते दिये अक्सर सुबह को भी नयी रौशनी देते है
दो विरोधी भावों को एक ही ब्लाग पर लाने क कार्य आप जैसे महारथी ही कर सकते है ।
आभार
सिर्फ यह एह्सास।
ReplyDeleteकि तुम्हारा प्यार मेरे साथ है हर पल।
लफ्जो से ज्यादा कीमती है मेरे लिये।
तुम्हारी खुशियों ने सजाए है।
मुस्कराहटो के फूल मेरे अधरो पे।
और तुम्हारे ख्वाबो मै तलाशे है।
मेरे अधूरे ख्वाबो ने मायने।
क्या खूब लिखे है
मैंने तो यही सोचा था कि आप एंटी रोमैंटिक हो पर आप तो छुपे रुस्तम निकले
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@ पवन जी ये वो सोना है जो आग मे तप कर कुन्दन बन जाता है ।
ReplyDeleteपाठको की रुचि का ख्याल तो रखना ही पडता है ।